> काव्य-धारा (Poetry Stream): जीवन, प्यार और आत्मा-झलक : उसका आना

सोमवार, 30 सितंबर 2013

उसका आना




वो ऐसे आई जीवन की सूनी सड़क पर
जैसे तेज रफ़्तार वाली लाल फरारी
नजर उठाकर जबतक मैं उसे देखता
धूल के गुबार ने बदल दी दुनिया सारी|

(c) हेमंत कुमार दूबे

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